बुधवार को श्रीलंकाई टीम के कप्तान कुमार संगकारा ने नो बॉल फेंके जाने की घटना को अफसोसनाक बताया और कप्तान होने के नाते इसकी जिम्मेदारी ली।उन्होंने कहा कि मामला बोर्ड के पास है और जो भी दोषी होगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा। हालांकि संगकारा ने यह साफ नहीं किया कि रंधीव को सहवाग को सेंचुरी बनाने से रोकने के लिए नो बॉल डालने का इशारा किसने किया था।
मंगलवार को इस प्रकरण में उस वक्त नया मोड़ आ गया जब स्टंप माइक की आवाज से यह साफ हो गया कि श्रीलंकाई कप्तान कुमार संगकारा ने ही रंधीव को सहवाग को सेंचुरी बनाने से रोकने के लिए नो बॉल डालने की ओर इशारा किया था। लेकिन बुधवार को श्रीलंकाई मीडिया में कुछ खिलाड़ियों के हवाले से ख़बर आई कि स्टंप माइक में रिकॉर्ड आवाज़ संगकारा की नहीं, बल्कि तिलकरत्ने दिलशान की है। बुधवार को ही संगकारा इस मामले पर सफाई देने के लिए प्रेस से मुखातिब हुए। उन्होंने घटना को अफसोसनाक बताते हुए कहा कि कप्तान के नाते इसकी जिम्मेदारी वह लेते हैं। अब यह मामला बोर्ड के पास है। बोर्ड निर्णय लेगा कि दोषी को क्या सजा देना है।
बोर्ड का कहना है कि उसे इस बारे में टीम मैनेजर की रिपोर्ट मिल गई है। इस पर बोर्ड क्या कार्रवाई कर रहा है, इस बारे में श्रीलंकाई क्रिकेट बोर्ड चुप्पी साधे हुए है।
उधर, आईसीसी ने भी कड़ा रुख अपनाते हुए कहा है कि इस मामले में जो भी दोषी होगा, उस पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
सोमवार को भारत-श्रीलंका मैच में भारत को जीत और सहवाग को शतक बनाने के लिए 1 रन की जरूरत थी। पर ऐन मौके पर सूरज रंधीव ने नो बॉल डालकर भारतीय उम्मीदों पर पानी फेर दिया। स्टंप माइक की आवाज के अनुसार संगकारा ने मैच की आखिरी गेंद से ठीक पहले गेंदबाज को निर्देश देता हुए कहा, ‘ध्यान रखना अगर वह शॉट मारेगा तो उसे रन मिल जाएगा।’ इसके बाद अगली ही गेंद पर रंधीव ने नो बॉल डाला था।
सोमवार रात मैच के बाद संगकारा ने रंधीव का बचाव करते हुए कहा था, ‘मुझे नहीं लगता कि सूरज रंधीव ने जानबूझकर नो बॉल डाला था। वे इस तरह कि खिलाड़ी नहीं हैं।’
वहीं मैच के बाद सहवाग प्रेस कांफ्रेंस में सूरज रंधीव पर जमकर बरसे थे। उन्होंने रंधीव की खेल निष्ठा पर सवाल उठाते हुए कहा था कि यह पहली बार नहीं है जब श्रीलंका टीम ने भारत के साथ ऐसा किया है।
मामला तूल पकड़ता देख मंगलवार की सुबह श्रीलंकाई बोर्ड के सचिव निशांत रणतुंगा ने भारतीय टीम के मैनेजर से फोन कर इस प्रकरण के लिए बोर्ड की ओर से माफी मांगी थी। सहवाग ने भी ट्विटर के जरिए बताया था कि सूरज रंधीव ने उनके कमरे में आकर अपनी गलती के लिए माफी मांग ली है।