चार दिन पहले हमने सुपरसॉनिक क्रूज मिसाइल ब्रrाोस दागने में कामयाबी पाई। यह मेन्यूवरेबल अर्थात उड़ान के दौरान पोजीशन बदल सकने वाली क्रूज मिसाइल है। ऐसी मिसाइल दुनिया में अभी किसी के पास नहीं है। क्या है इसकी खासियत? इसके जरिए हमने कौन सा मुकाम हासिल किया?
क्या है ब्रमोस
यह सुपरसॉनिक क्रूज मिसाइल है। इसे पनडुब्बी, युद्धपोत, हवा और जमीन कहीं से भी दागा जा सकता है। इसे भारत के रक्षा शोध व विकास संगठन व रूस के एनपीओ मशीनोस्रोयेनिया की साझी कंपनी ब्रrाोस एअरोस्पेस कॉर्प ने बनाया है। ब्रrाोस नाम भारत व रूस की नदियों ब्रrापुत्र व मस्कवा से मिलकर बना है।
कौन सी तकनीक किसकी?मिसाइल रूसी तकनीक से हवा में उड़ती है जबकि उड़ान के दौरान गाइड करने वाली प्रणाली ब्रrाोस कॉर्प ने विकसित की है।
यह है खासियत
हवा में पोजीशन बदलने की अनोखी काबिलियत के कारण चकमा दे सकती है।मिसाइलें लांचर पर तिरछी लगाई जाती है, लेकिन इसे खड़ा लगाया जा सकता है।
दस मीटर की नीची उड़ान भरने के काबिल।
मिसाइल पता लगाने की दुनिया में मौजूद हर प्रणाली को चकमा देने में काबिल।
खड़े लांचर के ये फायदे :
युद्ध पोत के डेक के नीचे लगा सकते हैं।
इससे मिसाइल से जुड़ी हथियार प्रणाली की गोपनीयता और भी बढ़ जाती है।
किसी भी दिशा में सटीक निशाना लगा सकती है।
फायर पॉवर भी जोरदार
अमेरिकी टॉम हॉक मिसाइलों से तीन गुना तेज और नौ गुना विनाशक।