Wednesday, March 31, 2010

चार धाम यात्रा रूट पर नहीं सूखेंगे हलक

 गोपेश्वर (चमोली)। यात्रा मार्ग पर अप्रैल माह के प्रथम सप्ताह तक पानी की समुचित व्यवस्था कर दी जाएगी, जिससे स्थानीय लोगों के साथ-साथ यात्रियों व पर्यटकों को पानी की किल्लत से न जूझना पड़े। यह बात राज्य पेयजल सलाहकार समिति के अध्यक्ष बृज भूषण गैरोला ने जिला मुख्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता में कही।
गैरोला ने कहा कि सरकार घर-घर तक शुद्ध पेयजल मुहैया कराने को कई लघु व दीर्घकालिक योजनाएं बनाई हैं। सड़क मार्ग के गांव व कस्बों में जहां पानी का संकट गहराया है, वहां टैंकरों व दुर्गम स्थानों में खच्चरों के माध्यम से पेयजल पहुंचाया जाएगा। इसके लिए सरकार ने अलग से बजट का प्रावधान किया है। उन्होंने कहा कि जिन योजनाओं के क्रियान्वयन पर त्वरित कार्य करना है, उनमें श्रीबदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री व यमुनोत्री चारों धामों को जोड़ने वाले मार्ग भी शामिल हैं। इन यात्रा रूटों पर आगामी अप्रैल तक पेयजल व्यवस्था को दुरुस्त कर दिया जाएगा। गैरोला ने कहा कि यात्रा रूट पर पड़ने वाले पानी के टैंकों व फिल्टरों की सफाई, पानी के क्लोरिनेशन करने आदि के निर्देश संबंधित विभागों के अधिकारियों को दिए हैं ताकि लोगों, यात्रियों व पर्यटकों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध हो सके। उन्होंने स्वीकारा कि गोपेश्वर में पेयजल संकट धीरे-धीरे गहराता जा रहा है। इसके साथ ही कहा कि अधर में लटकी अमृत गंगा पेयजल योजना का निर्माण शीघ्र ही शुरू करवाया जाएगा। यह मामला मुख्यमंत्री डा. निशंक के संज्ञान में है और इसके लिए बजट आवंटन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।