एक अखबार ऐसा है जो जहाज पर छपता है। यह अखबार आईएनएस विराट पर छपता है। ख़बरों की ललकमें इस पोत के कुछ जागरूक नौ सेना कर्मियों ने एक नायाब तरीका खोज निकाला और आईएनएस विराट के नौ सैनिकों के लिए अखबार छापना शुरू कर दिया।
सुबह के साथ ही इस विशाल पोत की छोटी-छोटी केबिनों में यह अखबार पहुँच जाता है । इस अखबार का नाम विराट टाइम्स है जो पोत के नौ सैनिकों के लिए बाहरी दुनिया की खिड़की की तरह काम करता है। आईएनएस विराट के लेफ्टीनेंट कमांडर जे॰ जे॰ सिंह और लेफ्टिनेट कमांडर आर॰ एस॰ रंधावा ने इस जरूरत को समझा और विराट टाइम्स छपना शुरू हो गया। चुकी विराट पर कोई छपाई मशीन नहीं थी, लिहाजा उन्होंने कंप्यूटर के प्रिंट आउट को अपना साधन बना लिया। उसके बाद कंप्यूटर से प्राप्त ख़बरों को जहाज के एक सिरे से दूसरे सिरे तक पहुँचाना शुरू कर दिया।