Wednesday, August 4, 2010

लेखिकाओं को 'वेश्या' कहा, मुझे माफ कर दो

नई दिल्ली. महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय, वर्धा के कुलपति विभूति नारायण राय ने लेखिकाओं के विरुद्ध अपमानजनक टिप्पणी के लिए बिना शर्त माफी मांग ली है। मानव संसाधन मंत्री कपिल सिब्बल ने नाराजगी जाहिर करते हुए राय से बिना शर्त माफी मांगने को कहा था। उन्हें ज्ञानपीठ चयन समिति से भी बाहर किए जाने की सूचना है।
राय मंगलवार को सिब्बल को सफाई देने आए थे। मानव संसाधन मंत्री ने राय की उन तमाम दलीलों को नकार दिया, जिसमें उन्होंने खुद के बयान को गलत संदर्भ में लेने और शब्द का गलत अर्थ निकाले जाने का हवाला दिया था। सिब्बल ने कुलपति से दो-टूक कहा कि उन्हें तय करना चाहिए कि वे कुलपति रहना चाहते हैं या फिर लेखक।केंद्रीय मंत्री ने कहा कि एक कुलपति के रूप में उन्होंने जो कुछ भी कहा वह पूरी तरह से अस्वीकार्य है। सिब्बल से मुलाकात के बाद राय ने बिना शर्त माफीनामा मानव संसाधन मंत्री को भेजा। इसमें उन्होंने कहा है, ‘एक पत्रिका में छपे मेरे साक्षात्कार की कुछ विषय-वस्तु से कुछ महिला लेखिकाएं आहत हुई हैं। मैं मानता हूं कि एक केंद्रीय विवि के कुलपति के रूप में मुझे ऐसे अनुचित शब्दों का प्रयोग नहीं करना चाहिए था और मैं बिना शर्त माफी मांगता हूं।’ उन्होंने अपना माफीनामा मीडिया में भी जारी किया है।