दांबुला। भारत और श्रीलंका के बीच रविवार को दांबुला अंतरराष्ठ्रीय स्टेडियम में खेले गए त्रिकोणीय श्रृखला के एक मैंचे में श्रीलंका के अंपायर धर्मसेना ने चार गलत फैसले दिऎ। जिससे भारत यह मैचे आठ विकेट से हार गया।
इस मैचे में चार फैसले ऎसे थे, जिन पर उंगली उठाई जा सकती है। अंपायर धर्मसेना ने दिनेश कार्तिक वीरेंद्र सहवाग और सुरेश रैना को गलत आउट दिया, जबकि असद रउफ ने युवराज सिंह को। भारत के सलामी बल्लेबाज वीरेद्र सहवाग ने अपने आक्रामक अंदाज के उलट काफी र्धर्य के साथ अपनी पारी की शुरूआत की। वे 12 गेंदो में दो चौको की सहायता से 12 रन बनाकर खेल रहे थे।
भारतीय पारी का छठा ओवर चल रहा था और यूवा कुलशेखरा गेदबाजी कर रहे थे। इस ओवर की दूसरी गेंद ऑफ स्टंफ के बाहर टप्पा खाने के बाद इनस्विवंग होकर सहवाग के पैर पर लगी, उस वक्त सहवाग बैकफुट पर थे। श्रीलंकाई खिलाडियों ने जोरदार अपील की और अंपायर धर्मसेना ने थो़डा सोचने के बाद सहवाग को एलबीडब्ल्यू आउट दे दिया। रिप्ले में देखने पर पता चल रहा था कि गेंद इनस्विंग होकर लेग स्टंप को छो़डते हुए बाहर की और निकल रही थी। ऎसे मौके पर आमतौर से बल्लेबाज को संदेह का लाभ दिया जाता है, परन्तु धर्मसेना ने इसका लाभ गेदबाज को दे दिया। भारत के दूसरे सलामी बल्लेबाज दिनेश कार्तिक के बल्ले के पास से गुजरती हुई श्रीलंका के विकेटकीपर कप्तान कुमार संगकार के ग्लब्स में चली गई। इस बार फिर जोरदार अपील हुई ओर दिनेश कार्तिक को कॉट बिहाइंड करार दिया गया। इस बार भी गेंदबाज कुलशेखरा थे और अंपायर धर्मसेना। हालांकि गेंद जब कार्तिक के बल्ले के पास से गुजरी, उस वक्त कोई आवाज नही आई थी और स्त्रिकोमीटर पर भी गेंद तथा बल्ले के संपर्क का कोई चिन्ह देखने को नही मिला।
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ऎसा फिर एक बार सुरेश रैना के साथ हुआ। गेंदबाज तिषारा परेरा थे ओर अंपायर धर्मसेना, जिन्होंने सहवाग और कार्तिक को आउट दिया था। गेंद जब रैना के बल्ले के पास से निकलती हुई संगकारा के दस्तानों में गर्ई थी, स्त्रिकोमीटर के अनुसार उस वक्त उसका बल्ले से संपर्क नही हुआ था। इससे पहले 17वें ओवर में गेंद रैना के बल्ले को स्पर्श करती हुई संगकारा के ग्लब्स में गई थी, लेकिन असद रउफ ने उन्हें आउट नही दिया। हालांकि, धर्मसेना ने रैना को आउट देकर रउफ की गलती का ज्यादा नुकसान श्रीलंक ा को नही होने दिया । अगर ऎसी स्थिति में मैदान के अंपायर को अपने फैसले पर शक होता है तो वह ये फैसला मैदान से बाहर थर्ड अपंयार को सौंप देता है। धर्मसेना ने इसकी जरूरत नही समझी और उंगली उठा दी और ये फैसला भी भारतीय टीम के खिलाफ गया। रविवार का दिन भारतीय टीम के लिए दुर्भाग्यपूर्ण रहा। युवराज सिंह ऑफ स्टंप से दूर जाती गेंद पर एलबीडब्ल्यू आउट करार दे दिए गए।
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उनके गुनहगार बने पाकिस्तान के अंपायर असद राउफ। गेंद जिस तरह से युवराज के पैर पर लगी और उसके बाद जो रिप्ले दिखाया गया उसके अनुसार गेंद विकेट से काफी बाहर जा रही थी लेकिन असद राउफ ने उंगली उठाने में जल्दबाजी दिखा दी और खराब अंपायरिंग के कारण भारत को चार दिग्गज बल्लेबाजों से हाथ धोना प़डा। एक के बाद एक चार गलत फैसले का नतीजा था कि भारत की टीम 103 रनों पर सिमट गई। जबकि श्रीलंका ने ये लक्ष्य सिर्फ दो विकेट खोकर पा लिया और बोनस अंक भी ले लिए।