जोहांसबर्ग। भारत के महान लेग स्पिनर अनिल कुंबले अगले सप्ताह आयोजित होने वाले एक कोचिंग क्लीनिक के दौरान दक्षिण अफ्रीका के उभरते हुए स्पिन गेंदबाजों को प्रशिक्षित करेंगे। कुंबले इस क्लीनिक में हिस्सा लेने के लिए गुरूवार को जोहांसबर्ग पहुंचेंगे। दक्षिण अफ्रीकी स्पिनर पॉल हैरिस और जोहान बोथा के साथ मिलकर युवा और भावी स्पिनरों को स्पिन कला के गुर सिखाएंगे। क्रिकेट साउथ अफ्रीका (सीएसए) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी गेराल्ड माजोला ने अपने बयान में कहा, ""कुंबले महान खिल़ाडी हैं। सीएसए इस बात के लिए सम्मानित महसूस कर रहा है कि उन्होंने दक्षिण अफ्रीका आकर भावी स्पिनरों को प्रशिक्षित करना स्वीकार किया है। हम इस कैम्प के लिए महिला क्रिकेटरों, विकेटकीपरों और युवा बल्लेबाजों को भी आमंत्रित करेंगे।"" क्योंकि हमें लगता है कि उन्हें कुंबले के अनुभवों से काफी फायदा मिलेगा।
क्रिकेट साउथ अफ्रीका का कहना है कि कुंबले की ट्रेनिंग से अच्छे स्पिनरों की कमी खत्म की जा सकेगी। कुंबले के अलावा पूर्व स्पिनर पॉल हैरिस और जॉन बोथा भी फिरकी कैंप में हिस्सा लेगे। दक्षिण अफ्रीकी टीम एक अरसे से अच्छे स्पिनर के लिए तरसती रही है। टीम के पास बढिया स्पिनर के तौर पर निकी बोए थे, लेकिन वह भी मैच फिक्सिंग में फंस गए। अब नौबत यह है कि कप्तान ग्रेम स्मिथ को खुद स्पिन आक्रमण की कमान संभालनी पडती है। स्पिनरों की कमी के चलते बल्लेबाजी पर भी असर पडता है। नेट प्रैक्टिस में बिना स्पिनरों के अभ्यास करने से अक्सर टीम विपक्षी टीम के बढिया स्पिनरों के सामने लाचार नजर आ जाती है।
कैम्प के बाद कुंबले चैम्पियंस लीग में रॉयल बैंगलोर चैलेंजर्स की अगुआई करेंगे। चैम्पियंस लीग का दूसरा संस्करण दक्षिण अफ्रीका में 10 सितंबर से शुरू हो रहा है। कुंबले ने टेस्ट मैचौं में 619 विकेट लिए हैं। वह श्रीलंका के मुथैया मुरलीधरन (800) और आस्टे्रलिया के शेन वार्न (713) के बाद विश्व क्रिकेट के तीसरे सबसे सफल गेंदबाज और सबसे सफल स्पिनर हैं।