
क्रिकेट साउथ अफ्रीका का कहना है कि कुंबले की ट्रेनिंग से अच्छे स्पिनरों की कमी खत्म की जा सकेगी। कुंबले के अलावा पूर्व स्पिनर पॉल हैरिस और जॉन बोथा भी फिरकी कैंप में हिस्सा लेगे। दक्षिण अफ्रीकी टीम एक अरसे से अच्छे स्पिनर के लिए तरसती रही है। टीम के पास बढिया स्पिनर के तौर पर निकी बोए थे, लेकिन वह भी मैच फिक्सिंग में फंस गए। अब नौबत यह है कि कप्तान ग्रेम स्मिथ को खुद स्पिन आक्रमण की कमान संभालनी पडती है। स्पिनरों की कमी के चलते बल्लेबाजी पर भी असर पडता है। नेट प्रैक्टिस में बिना स्पिनरों के अभ्यास करने से अक्सर टीम विपक्षी टीम के बढिया स्पिनरों के सामने लाचार नजर आ जाती है।
कैम्प के बाद कुंबले चैम्पियंस लीग में रॉयल बैंगलोर चैलेंजर्स की अगुआई करेंगे। चैम्पियंस लीग का दूसरा संस्करण दक्षिण अफ्रीका में 10 सितंबर से शुरू हो रहा है। कुंबले ने टेस्ट मैचौं में 619 विकेट लिए हैं। वह श्रीलंका के मुथैया मुरलीधरन (800) और आस्टे्रलिया के शेन वार्न (713) के बाद विश्व क्रिकेट के तीसरे सबसे सफल गेंदबाज और सबसे सफल स्पिनर हैं।