केंद्र सरकार मॉनसून सत्र की समाप्ति तक पेट्रोल के बढ़े हुए दामों की घोषणा कर सकती है। फिलहाल सरकार विपक्षी दलों के डर से कीमतें नहीं बढ़ा रही है। अधिकारियों के मुताबिक दाम बढ़ना लगभग तय है।
गौरतलब है कि गत 25 जून को सरकार ने तेल कीमतों को नियंत्रण मुक्त कर दिया था, साथ ही सभी तेल कंपनियों व राज्य सरकारों को हर महीने तेल कीमतों की समीक्षा करने को कहा था। इस निर्देश के साथ पेट्रोल की कीमत में करीब साढ़ेतीन रुपए का इजाफा हुआ था।
खैर जो भी हो, यह बात तो तय है कि अगर पेट्रोल डीजल की कीमतें इसी प्रकार बढ़ती रहीं, तो महंगाई को रोकना और कठिन हो जाएगा।