नई दिल्ली. यमुना शनिवार की दोपहर तक खतरे के निशान से दो मीटर ऊपर बह रही है। नदी में उफनते पानी से आसपास के निचले इलाकों में पानी भर गया है। दिन में साढ़े 12 बजे नदी ने 206.70 मीटर का निशान छू लिया जो खतरे के निशान से 1.87 मीटर ऊपर है। नदी में पानी का स्तर और बढ़ने की उम्मीद है क्योंकि शनिवार को हरियाणा के हथिनी कुंड बैराज से और पानी छोडे़गा, जिससे दिल्ली के कई और निचले इलाकों में पानी भरने की आशंका है। यमुना में बढ़ते पानी के चलते करीब 36 ट्रेनों को या तो रद्द किया गया है या फिर उनके रूट में बदलाव किया गया है।
शनिवार सुबह दिल्ली में तेज़ बारिश होने से हालात और मुश्किल हो गए हैं। शनिवार को हरियाणा की ओर से 30, 000 क्यूसेक पानी छोड़े जाने की संभावना है। बढ़ते पानी के कारण यमुना के ऊपर बने लोहे के पुराने पुल को बंद कर दिया गया है। कई ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं। हालांकि, शीला दीक्षित ने एक बयान में कहा था कि हरियाणा में कुछ तटबंधों के टूट जाने से यमुना में पानी का बहाव कम हो गया है, जिससे दिल्ली पर मंडरा रहा बाढ़ का खतरा कम हो गया है। उन्होंने बाढ़ से निपटने के लिए जरूरी इंतजाम किए जाने का भी दावा किया है। लेकिन शनिवार को यमुना की स्थिति को देखते हुए कहा जा सकता है कि दिल्ली में बाढ़ का खतरा कम नहीं हुआ है बल्कि बढ़ गया है।
शनिवार की सुबह तक यमुना 206.60 मीटर पहुंच गया था और जलस्तर में लगातार इजाफा हो रहा है। इसके पहले हरियाणा के पानीपत जिले में यमुना के किनारे के कुछ बांध टूट गए, जिससे बाढ़ का पानी वहां फैल गया। गौरतलब है कि पिछले 3 दिनों में हरियाणा स्थित हथिनी कुंड बैराज से 9 लाख क्यूसेक से अधिक पानी छोड़ा जा चुका है।