Tuesday, March 23, 2010

एसएमएस के साइट इफेक्ट्स

न्यूयार्क अगर आप दिन भर मोबाइल से मैसेज भेजने में लगे रहते हैं तो जरा ध्यान दीजिए, ज्यादा एसएमएस करने की यह आदत आपकी कलाइयों के लिए भारी पड़ सकती है। अमेरिका की एनी लेवित्ज के लिए टेक्स्ंिटग की यही आदत परेशानी का सबब बन गई।इस स्कूलगर्ल को दोनों कलाइयों की सर्जरी करानी पड़ रही है। दिन में 100 से भी ज्यादा मैसेज भेजनी वाली एनी को अब चीजें उठाने में दिक्कत होती है और सहारे के लिए ‘ब्रेसेज’ पहनने पड़ते हैं।
डॉक्टरों का कहना है कि एनी को कारपल टनेल सिंड्रोम की शिकायत है। इसमें कलाइयों की नव्र्स (तंत्रिकाएं) जम जाती हैं। ये शिकायत लगातार फोन पर या की-बोर्ड पर टाइप करने से होती है। पिछले साल कलाइयों में दर्द और चीजों को उठाने में दिक्कत के बाद एनी को डॉक्टर के पास ले जाया गया। जब डॉक्टर ने उसे इस बीमारी के बारे में बताया तो एनी की हैरानी का ठिकाना न रहा। हालांकि अब एनी और उसके दोस्त इस बारे में सावधानी बरत रहे हैं। उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि टेक्स्टिंग की आदत के इतने खतरनाक परिणाम भी हो सकते हैं। वैसे तो कारपल टनेल सिंड्रोम अधिक उम्र के लोगों में ज्यादा होता है लेकिन 16 साल की एनी इस परेशानी के सबसे कम उम्र के शिकारों में से है।


कारपल टनेल सिंड्रोम
हथेली से बाजू तक जाने वाली मीडियन नर्व पर जब कलाई के पास दबाव बढ़ जाता है तो उससे कारपल टनेल सिंड्रोम की समस्या पैदा होती है। यह हाथ की बार-बार एक तरह की गतिविधियों की वजह से होती है। पहले-पहल मरीज को कलाई के सुन्न होने, हल्के दर्द और कमजोरी का अहसास होता है जो आगे चलकर तेज दर्द में बदल जाता है।