Tuesday, March 23, 2010

पद से चूकने वाले भाजपा नेता बन सकते हैं प्रभारी,बीसी खंडूड़ी मिले गडकरी से

नई दिल्ली. भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी की नवगठित टीम में जगह नहीं मिलने से रूठे नेताओं के लिए अभी उम्मीद बाकी है। इनमें से कुछ नेताओं को राज्यों का प्रभार देकर खुश करने की कोशिश हो सकती है।
नाखुश नेताओं में शामिल उत्तराखंड के पूर्व सीएम बीसी खंडूड़ी ने मंगलवार को गडकरी से मुलाकात के बाद इस बात के साफ संकेत दिए। इससे पहले टीम गडकरी के खिलाफ लगातार बयानबाजी करने वाले सांसद शत्रुघ्न सिन्हा को भी भाजपा अध्यक्ष ने सोमवार को आश्वस्त किया था, लेकिन अगले ही दिन शॉटगन फिर शिकायती तेवर में नजर आए। उन्होंने कहा कि अटलबिहारी वाजपेयी के बाद भाजपा में एक शून्य आ गया है। उनका यह भी कहना था कि युवाओं को मौका देने का मतलब अनुभवी लोगों को दरकिनार करना नहीं होता।
नितिन गडकरी के करीबी सूत्रों ने बताया कि पार्टी अध्यक्ष का पूरा ध्यान अब राज्यों के प्रभारी तय करने पर है। इनका ऐलान अप्रैल की शुरुआत में होने की संभावना है। गडकरी उन नेताआें के नाम पर भी गौर कर रहे हैं, जो संगठन के मामलों में मजबूत हैं और किसी अहम राज्य की जिम्मेदारी ले सकते हैं। इस संदर्भ में उन लोगों का हवाला दिया जा रहा है, जो पूर्व अध्यक्ष राजनाथ सिंह के कार्यकाल में पदाधिकारी न होते हुए भी प्रभारी थे। जैसे कप्तान सिंह सोलंकी और अनिल जैन। सूत्रों का यह भी कहना है कि मौजूदा पदाधिकारियों में कुछ युवा चेहरों को प्रभारी बनाया जाएगा। प्रभार पाने वाले युवा नेताओं में वरुण गांधी और धर्मेंद्र प्रधान के नाम सबसे आगे चल रहे हैं।
उधर  उत्तरप्रदेश भाजपा अध्यक्ष के नाम पर सहमति नहीं बनती देख नितिन गडकरी ने निजी एजेंसी को सर्वेक्षण का जिम्मा सौंपा है। मुंबई की यह एजेंसी राज्य के कार्यकर्ताओं व लोगों से उनकी पसंद का पता लगाएगी। एजेंसी को ३1 मार्च तक अपनी रिपोर्ट सौंपनी है। मिले