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नई दिल्ली। रूस में आयोजित विश्व कुश्ती चैंम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीतकर देश का नाम रोशन करने अग्रणी पहलवान सुशील कमार स्वदेश लौट आए हैं। सोमवार देर रात इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सुशील का एक महान विजेता की तरह स्वागत किया गया। सुशील विश्व चैंम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय पहलवान हैं। उन्होंने रविवार को मास्को में रूस के एलन गोगायेव को 3-1 से हराकर स्वर्ण पदक पर कब्जा किया था।
सुशील के हवाईअड्ड़े से बाहर निकलने पर जोरदार स्वागत किया गया। इस दौरान उनके सैकड़ों प्रशंसक हवाई अड्डे पर मौजूद थे। इस मौके पर उनके कोच सतपाल और भारतीय कुश्ती संघ (डब्ल्यूएफआई) के सचिव करतार सिंह ने भी उनका स्वागत किया। सतपाल और करतार सिंह दोनों पूर्व में एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीत चुके हैं। इस मौके पर सुशील ने कहा कि वह विश्व चैंम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने को लेकर निश्चिंत थे। सुशील ने अपनी जीत का श्रेय अपने कोच सतपाल सिंह को दिया।
सुशील कुमार ने कहा, "मैंने अपने कोच सतपाल सिंह के निर्देशन में पिछले एक साल के दौरान काफी मेहनत की। मैं इस बात से बहुत खुश हूं कि मैंने ऐसा कर दिखाया। फाइनल मुकाबले से पहले मेरे अंदर कोई तनाव नहीं था और मैं इसके लिए पूरी तरह से तैयार था।" फाइनल में गोगायेव को हराने से पहले सुशील ने दूसरे दौर में ग्रीस के पहलवान अकतादियास, तीसरे दौर में जर्मनी के पहलवान मार्टिन सबास्टियन और चौथे दौर में मंगोलिया के बुयान जाव को पराजित किया था।
पहले दौर में सुशील को बाई मिला था जबकि सेमीफाइनल में उनके सामने अजरबेजान के पहलवान हसन जावरायिल थे। सुशील जावरायिल पर भी भारी पड़े थे। सुशील की इस सफलता से खुश होकर उनके नियोक्ता भारतीय रेलवे ने उन्हें 10 लाख रुपये का पुरस्कार और पदोन्नति देने की घोषणा की। साथ ही प्रधानमंत्री और खेल मंत्री ने सोमवार को इस सफलता पर उन्हें बधाई दी थी।